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Year Ender 2024: 2025 यानी नया साल शुरू होने में अब कुछ घंटे ही रह गए हैं। 2024 सभी के लिए एक जैसा नहीं रहा, किसी ने अपने जीवन के सबसे खुशहाल पल बिताए तो किसी ने अपने करीबी को खोया, सपने टूटे भी तो सपने बुने भी गए। 2024 में दुनियाभर में बहुत सी आपदाएं आई जिसे लोग कभी नहीं भूल पाएंगे। ए इयर ऑफ क्लाइमेट ब्रेकडाउन की रिपोर्ट के अनुसार जानते हैं विश्व के कुछ ऐसे देश जिनके लिए 2024 आपदा पैदा करने वाला देश बन गया।
वायनाड का वो घातक भूस्खलन
सबसे पहले बात करते हैं भारत के दक्षिणी राज्य केरल के वायनाड में हुए भूस्खलन की। ये आपदाएँ केरल के इतिहास की सबसे घातक आपदाएँ थीं, जिनमें 420 से ज़्यादा मौतें हुईं, 397 लोग घायल हुए और 118 लोग लापता हो गए। वनों की कटाई, भूकंपीय संवेदनशीलता, घटिया भवन निर्माण और ग्लोबल वार्मिंग को भूस्खलन और मौतों के संभावित कारणों के रूप में पहचाना गया है। हालांकि इस आपदा पर ज्यादा ध्यान देखने को नहीं मिला।
फिलीपींस में यागी की दस्तक
तूफान यागी ने दक्षिण-पश्चिम एशिया में 800 से ज़्यादा लोगों की जान ले ली। यागी ने 2 सितंबर को फिलीपींस में दस्तक दी। और इस आपदा के बाद, इसने लाओस, म्यांमार, वियतनाम और थाईलैंड में भी तबाही मचाई। इसने भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ का कारण बना, जिससे सैकड़ों हज़ारों घर और खेत नष्ट हो गए। चीन में बाढ़ से 15.6 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ साथ ही 315 लोगों ने अपनी जान गंवाई।
तीन यूरोपीय देशों में मची तबाही
यूरोप के लिए यह वर्ष भयावह साबित हुआ। जानकारी के लिए बता दें कि पिछले 12 महीनों में तीन आपदाओं ने यूरोपीय देशों में आर्थिक तबाही मचाई। इनमें मध्य यूरोप में तूफान बोरिस और स्पेन और जर्मनी में भयंकर बाढ़ शामिल हैं। इनसे 13.87 बिलियन डॉलर से ज़्यादा का नुकसान हुआ और 258 लोगों की मौत हुई। इनमें से 226 लोग वैलेंसिया में आई बाढ़ में मारे गए। ब्राज़ील के रियो ग्रांडे डो सुल राज्य में आई बाढ़ से 183 लोगों की मौत हुई और पाँच बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ।
यदि आप गौर करें तो भूस्खलन, तूफान और इन आपदाओं ने अधिकतर उन इलाकों पर अपना जोर आजमाया जो आर्थिक तौर पर कमजोर हैं। ऐसे में यहां का नुकसान एक सटीक संख्या में बताना मुश्किल सा प्रतीत होता है।