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नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) अपने स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट (स्पेडेक्स) मिशन के साथ इतिहास रचने जा रहा है। इस मिशन में शामिल दो सैटेलाइट अब कक्षा में सिर्फ 3 मीटर की दूरी पर हैं। पहले मिली जानकारी के मुताबिक वे 15 मीटर की दूरी पर थे। अब दोनों सैटेलाइट को वापस सुरक्षित दूरी पर ले जाया जाएगा। इसरो ने सैटेलाइट की तस्वीर भी शेयर की है।
इसरो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करके यह जानकारी दी है। इस पोस्ट में इसरो ने लिखा है कि इंटर सैटेलाइट को 230 मीटर की दूरी पर रोक दिया गया है, सभी सेंसर का मूल्यांकन किया जा रहा है। स्पेसक्राफ्ट पूरी तरह सुरक्षित है।
इसरो ने बताया कि सैटेलाइट ने 15 मीटर और फिर 3 मीटर की दूरी पर पहुंचने का ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। अब स्पेसक्राफ्ट को सुरक्षित दूरी पर ले जाया जा रहा है, आगे के डेटा एनालिसिस के बाद डॉकिंग की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इससे पहले इसरो का अपडेट तब आया था जब 10 नवंबर को इन सैटेलाइट SDX01 (चेज़र) और SDX02 (टारगेट) के बीच की दूरी 230 मीटर थी। यह मिशन अंतरिक्ष में डॉकिंग तकनीक का प्रदर्शन करने के उद्देश्य से किया गया है। जो भारत के भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों के लिए महत्वपूर्ण है।
SPADEX की सफल डॉकिंग के बाद भारत ऐसा करने वाला चौथा देश बन जाएगा। इसरो ने 30 दिसंबर को स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट (SPADEX) मिशन को सफलतापूर्वक लॉन्च किया था। PSLV C60 रॉकेट श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर के पहले लॉन्चपैड से दो छोटे सैटेलाइट SDX01 (चेज़र) और SDX02 (टारगेट) और 24 पेलोड लेकर उड़ा था।