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Anant Singh News: लूटपाट, अपहरण, हत्या और गैंगवॉर के लिए बदनाम बिहार में एक बार फिर गोलियों की गूंज सुनाई पड़ी। बुधवार 22, जनवरी को बिहार के बाहुबली और मोकामा से पूर्व विधायक अनंत सिंह और गैंगस्टर सोनू मोनू एक दूसरे की जान के दुश्मन बन गए। गैंगवॉर तब शुरू हुआ जब सोनू मोनू के ठेकेदार ने 65 लाख रुपए गबन कर लिए।
अनंत सिंह से मांगी थी मदद
दरअसल सोनू मोनू गैंग का ईट की भट्टी का कारोबार है। उन्होंने मोकामा के मुकेश पर आरोप लगाया कि उसने 65 लाख गबन कर लिए। सोनू मोनू ने मुकेश के घर ताला लगा दिया। मुकेश ने इसकी शिकायत थाने में की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मदद मांगने के लिए मुकेश अनंत सिंह के पास गया। इसके बाद को अनंत सिंह ने सोनू मोनू से फोन पर बातचीत की, जिसमें उनकी तीखी बहस हो गई। अनंत सिंह मुकेश के घर का ताला खुलवाया। इसके बाद अनंत सिंह अपने समर्थकों के साथ सीधा सोनू - मोनू के गांव नौरंगा पहुंच गए।
60- 70 राउंड चली गोलियां
अनंत सिंह अपना काफिला लेकर नौरंगा पहुंचे। वहां पहुंचते ही दोनों गैंग के बीच गोलीबारी शुरू हो गई। करीब 40 मिनट के अंदर 60-70 राउंड फायरिंग हुई। अनंत सिंह इस हमले में बाल बाल बच गए। पुलिस ने मामले में तीन लोगों पर एफआईआर दर्ज की। लेकिन ये गैंगवॉर यहीं शांत नहीं हुआ। हमजा गांव में आज फिर अंधाधुंध फायरिंग हुई। इस बार सोनू-मोनू ने अनंत सिंह को नहीं बल्कि मुकेश के घर पर गोलियां बरसाई। इस घटना मुकेश बाल-बाल बच गया। हालांकि, आरोपी सोनू सिंह और उसके सहयोगी रौशन ने थाने में सरेंडर कर दिया है।
अनंत सिंह ने किया सरेंडर
मोकामा के नौरंगा गोलीकांड में आर्म्स एक्ट के तहत आरोपी बनाए गए अनंत सिंह ने आज बाढ़ कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। बताया जा रहा है कि अनंत सिंह की गिरफ्तारी के लिए कई थानों की पुलिस मोकामा और बाढ़ में कैंप कर रही थी। ऐसे में गिरफ्तारी से बचने के लिए अनंत सिंह ने आज बाढ़ कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। सरेंडर के बाद अनंत सिंह को बेउर जेल भेज दिया गया है।
बिहार के सफेदपोश अपराधियों की सूची में अनंत सिंह का नाम प्रमुख है। 2020 के विधानसभा चुनाव में दिए गए हलफनामे में अनंत सिंह ने अपने खिलाफ 38 आपराधिक मामलों का ब्योरा दिया था। अनंत सिंह पर धमकी देने से लेकर चोरी, डकैती, हत्या, हत्या की कोशिश और सरकारी कर्मचारी के काम में बाधा डालने जैसे आरोप लग चुके हैं।
अनंत सिंह के चेले थे सोनू मोनू
आपको बता दें सोनू मोनू पहले अनंत सिंह की गैंग का हिस्सा थे। सोनू सिंह ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में स्वीकार किया है कि वह पहले विवेक पहलवान के लिए काम करता था। उसका कहना है कि वे अनंत सिंह का आदर करते हैं। जानकारों का कहना है कि ये दोनों कभी अनंत सिंह के करीबी थे। लेकिन इनको भी अपने गुरु से आगे निकलना था। अनंत सिंह की समस्या भी यही है। वह नहीं चाहते कि उनके जीते जी उनके चेले उनसे आगे निकलें।
इन दोनों ने ट्रेनों के जरिए अपराध की दुनिया में कदम रखा है। दोनों सगे भाइयों पर हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, फिरौती और लूट के 12 से अधिक मामले दर्ज हैं।