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News by Simran   18 Aug, 2024 17:53 PM

यह वर्ष रक्षाबंधन के त्यौहार के लिए काफी शुभ है, क्योंकि सावन पूर्णिमा इस बार 19 अगस्त 2024 सोमवार के दिन पड़ रही है और इसी दिन इस बार के सावन का आखिरी सोमवार भी है। जैसे कि सभी जानते हैं कि रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांध सुरक्षा का वादा करती हैं और इस साल रक्षाबंधन पर भद्रा काल का साया रहेगा। ऐसे में अपने भाई को कलाई पर राखी बांधने से पहले शुभ समय का पता जरूर लगाए। नहीं तो आपको अशुभ परिणाम का सामना करना पड़ सकता है। 

क्या है शुभ-अशुभ समय? 

पंचांग के अनुसार 19 अगस्त को रात 2:21 से भद्रा काल शुरू होगा। इसके अलावा सुबह 9:51 से 10:53 तक भद्रा पुंछ रहेगा। इसके बाद 10:53 से लेकर दोपहर 12:37 तक भद्रा मुख रहेगा और आखिर में इसका समापन 1:30 पर होगा, यानी कि भद्रा काल समाप्त होने के बाद अपने भाई की कलाई पर राखी बांध सकते हैं। 

क्या है राखी बांधने का शुभ समय? 

19 अगस्त की सुबह भद्रा होने के कारण रक्षाबंधन के दिन इस साल दोपहर में राखी बांधना शुभ माना जाएगा। 19 अगस्त को राखी बांधने की शुभ मुहूर्त की बात करें तो 1:43 से लेकर शाम के 4:20 तक का मुहूर्त राखी बांधने के लिए शुभ है। इसके बाद शाम के समय परिदोष काल शुरू हो जाएगा। जिसमें भाई की कलाई पर राखी बांधी जा सकती है, लिहाजा बात कर तो दूसरा शुभ मुहूर्त शाम 6:56 से रात के 9:07 तक का है। 

भद्रा काल में क्यों नहीं बांधते राखी? 

भद्रा काल में सिर्फ राखी बांधना ही नहीं मना होता बल्कि किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत करना मना होता है। कहा जाता है कि भद्रा काल में किया गया कार्य अशुभ परिणाम देता है, क्योंकि शनि की बहन भद्रा को श्राप मिला था। जिस वजह से इस काल में किए गए कार्य अशुभ फल देते हैं। जिस कारण से रक्षाबंधन पर भद्राकाल में राखी बांध ही नहीं जाती, लेकिन एक पुरानी कथा के अनुसार लंकापति रावण की बहन ने भद्रा काल में उनकी कलाई पर राखी बांध दी थी। जिसके 1 साल बाद ही रावण की मृत्यु हो गई।

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