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Pahalgam Attack: 22 अप्रैल, 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत ने पाकिस्तान की गर्दन पकड़ना शुरू कर दिया है। भारत ने पहले ही सिंधु जल समझौते को रद्द कर और पाकिस्तानियों को भारत से निकाल कर पहला कड़ा कदम उठा लिया है। अब भारत के अगले एक्शन से डर कर पाकिस्तान इस हमले की अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग कर रहा है और रूस तथा चीन जैसे देशों को जांच में शामिल करने की वकालत कर रहा है।
पाक रक्षा मंत्री ने रूस - चीन से जांच की मांग की
रूसी सरकारी समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती को दिए एक इंटरव्यू में पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा, "मुझे लगता है कि रूस, चीन या यहां तक कि पश्चिमी देश इस संकट में बहुत ही सकारात्मक भूमिका निभा सकते हैं और एक अंतरराष्ट्रीय जांच दल गठित कर सकते हैं। उन्हें यह पता लगाना चाहिए कि भारत या मोदी सरकार सच बोल रही है या झूठ।" उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी अंतरराष्ट्रीय जांच का समर्थन कर चुके हैं।
ख्वाजा आसिफ ने भारत पर हमला बोलते हुए कहा, "भारत को अगर पाकिस्तान पर आरोप लगाना है तो कुछ ठोस सबूत सामने लाने चाहिए। यह केवल खोखले बयान हैं, जिनका कोई आधार नहीं है। हमें देखना होगा कि वास्तव में इस हमले के पीछे कौन है और उसे कौन समर्थन दे रहा है।"
भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए हैं। सबसे बड़ा निर्णय सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से रद्द करना रहा, जिससे पाकिस्तान पर जल संकट गहराने की आशंका है। इसके अलावा भारत ने सार्क वीजा की सुविधा को भी रद्द कर दिया है, जिससे क्षेत्रीय संपर्क पर प्रभाव पड़ेगा। साथ ही, सभी पाकिस्तानी राजनयिकों को देश छोड़ने का आदेश भी दे दिया गया है। इन कदमों से भारत ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया है कि वह अपनी संप्रभुता और सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं करेगा। अब देखना यह होगा कि पाकिस्तान के खिलाफ भारत का अगला कदम क्या होगा।