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Pahalgam Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत और 17 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। इस हमले के पीछे पाकिस्तान की साजिश की बू एक बार फिर सामने आई है। खुफिया सूत्रों के मुताबिक, इस हमले की साजिश पाकिस्तान में रची गई थी और इसके पीछे हाफिज सईद के करीबी सैफुल्लाह कसूरी का नाम सामने आ रहा है। हमले के बाद देशभर में आक्रोश की लहर है और सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक लोग पाकिस्तान को सबक सिखाने की मांग कर रहे हैं। फिलहाल भारत सरकार ने सिंधु जल संधि पर रोक लगा दिया है।
यह वही संधि है, जिसके जरिए भारत पाकिस्तान को पानी मुहैया कराता है। जानकारों का मानना है कि अगर भारत इस संधि को रद्द कर देता है, तो पाकिस्तान को प्यासा मरने की नौबत आ सकती है।
क्या है सिंधु जल संधि
सिंधु जल संधि 19 सितंबर 1960 को भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब खान के बीच हुई थी। इस समझौते के तहत छह नदियों के जल बंटवारे की व्यवस्था की गई थी। ब्यास, रावी और सतलुज नदियों का पानी भारत को मिला, जबकि सिंधु, झेलम और चिनाब का जल पाकिस्तान को दिया गया।
हालांकि, आजादी के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच कई युद्ध हुए, लेकिन भारत ने कभी इस समझौते को नहीं तोड़ा। इसके बावजूद पाकिस्तान की ओर से आतंक की साजिशें लगातार जारी हैं। अगर भारत सिंधु जल संधि तोड़ता है, तो पाकिस्तान में जल संकट गहरा सकता है। हालांकि, इस फैसले के खिलाफ पाकिस्तान विश्व बैंक में अपील कर सकता है, क्योंकि यह संधि विश्व बैंक की मध्यस्थता में हुई थी।