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Sambhal Masjid Row: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के संभल जिले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार (24 नवंबर 2024) सुबह हुई हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई है। हिंसक भीड़ ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। संभल हिंसा पर अब सियासत भी तेज हो गई है। विपक्ष के नेता योगी सरकार को घेर रहे हैं।
अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, "भाजपा ने जानबूझकर संभल में सर्वे टीम भेजी ताकि माहौल खराब किया जा सके और चुनाव पर चर्चा न हो सके। यह घटना भाजपा और प्रशासन की साजिश है।"
मायावती
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने कहा, "संभल में सर्वे के दौरान जो कुछ हुआ, उसके लिए सरकार और प्रशासन जिम्मेदार है। प्रशासन को दोनों पक्षों से बात करनी चाहिए।"
गिरिराज सिंह
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, "संभल में एक समुदाय द्वारा किया गया हमला सरकारी व्यवस्था पर नहीं, बल्कि भारत के लोकतंत्र और कानून पर है, जिस पर उन्हें भरोसा नहीं है। अब जिस तरह से इस हमले को अंजाम दिया गया, उसे देश बर्दाश्त नहीं करेगा।"
जिया उर रहमान
संभल से सांसद जिया उर रहमान बर्क ने ट्विटर पर लिखा, "मैं संभल के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। जान-माल के नुकसान की भरपाई नहीं की जा सकती। अल्लाह की अदालत से कोई नहीं बच पाएगा। मैं कल रात बेंगलुरु में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक में आया था। जैसे ही मुझे हालात की खबर मिली, मैं वापस आ रहा हूं। कल मैं संसद में पुलिस द्वारा की गई बर्बरता के खिलाफ आवाज उठाऊंगा और जल्द ही अपने लोगों के बीच आऊंगा।"