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NDA Meeting: देश की राजनीति में अभी जबरदस्त गर्माहट देखने को मिल रही है। जिसका कारण जहां एक तरफ विपक्षी दलों की एकजुटता के लिए बेंगलुरु में चल रही बैठक है तो दुसरी तरफ अपने शक्ति प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली में एनडीए की हो रही बैठक है। जहां दोनों एक दुसरे पर आरोप लगाने में कही से पिछे नहीं हट रहे है। बता दें कि, आज भाजपा की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की अहम बैठक अभी दिल्ली में चल रही है। वहीं इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दावा किया कि हमारे 38 सहयोगियों ने मंगलवार को होने वाली एनडीए बैठक में शामिल होने की पुष्टि की है। बेंगलुरु में सोमवार को शुरू हुई दो दिवसीय विपक्षी दलों की बैठक में 26 राजनीतिक दलों के इकट्ठा होने की खबर सामने आई है। ऐसे में एनडीए की बैठक को सत्ता पक्ष के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है।
बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए की बैठक से पहले विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि, लंबे समय तक भारत में विकास का दायरा कुछ दलों की स्वार्थ भरी राजनीति के कारण देश के दूर दराज वाले इलाकों तक पहुंचा ही नहीं। ये दल उन्हीं कामों को प्राथमिकता देते थे जिसमें इनका खुद का भला हो इनके परिवार का भला हो, नतीजा ये हुआ कि जो आदिवासी क्षेत्र और द्वीप हैं वहां की जनता विकास से वंचित रही, विकास के लिए तरसती रही। इसके बाद पीएम ने आगे कहा, "ये जो जमात इकट्ठी हुई है, उनके कुनबे में बड़े से बड़े घोटालों पर, अपराधों पर इनकी जुबान बंद हो जाती है। जब किसी एक राज्य में इनके कुशासन की पोल खुलती है, तो दूसरे राज्यों के ये लोग फौरन उसके बचाव में तर्क देने लगते हैं।"
पीएम मोदी यहीं तक नहीं रुके उन्होने आगे कहा कि, "2024 के लिए देश के लोगों ने हमारी सरकार वापस लाने का मन बना लिया है। ऐसे में भारत की बदहाली के जिम्मेदार कुछ लोग अपनी दुकान खोलकर बैठ गए हैं। इन्हें देखकर मुझे एक कविता याद आती है, "गायित कुछ है, हाल कुछ है, लेबिल कुछ है माल कुछ है"। 24 के लिए 26 होने वाले दलों पर ये फिट बैठता है।"
मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख चिराग पासवान से जब एनडीए के बैठक में शामिल होने पर सवाल किया गया तो, चिराग पासवान ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, "लंबे समय से (NDA के साथ) बातचीत का दौर चल रहा था, हमारी कुछ प्राथमिकताएं थी जिन पर चर्चा हुई और दोनों तरफ से सहमति बनी। लक्ष्य हमारा 2024 और 2025 के विधानसभा है जिसके लिए NDA आगे बढ़ रही है।
एनडीए को दो-तिहाई बहुमत मिलेगा- पशुपति पारस
इसके साथ आपको ये भी बता दें कि, केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी प्रमुख पशुपति कुमार पारस ने कहा है कि, उन्हें एनडीए की बैठक के लिए न्योता भेजा गया है। हमारी पार्टी के सांसद चंदन सिंह और मैं खुद बैठक के लिए जा रहे हैं। देश के लोग पीए मोदी के तीसरी बार फिर प्रधानमंत्री बनने का इंतजार कर रहे हैं। एनडीए को दो-तिहाई बहुमत मिलेगा। पटना में जो 17 पार्टियां विपक्ष की बैठक में थीं, उनमें से तीन अब एनडीए में शामिल हो गई हैं। विपक्ष खुद ही नहीं जुड़ पाएगा।