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Sambhal Masjid Row: अयोध्या तो बस झांकी है, काशी मथुरा अभी बाकी है, का नारा अब अन्य विवादित पूजा स्थलों पर भी लागू होने लगा है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के संभल में स्थित शाही जामा मस्जिद पर भी हिन्दू पक्ष ने मंदिर होने का दावा कर दिया है। जिस कारण संभल में बवाल मचा हुआ है। रविवार को भारी पुलिस बल की तैनाती के बीच पुलिस और अधिकारियों की टीम दोबारा सर्वे के लिए गई थी। इस दौरान वहां बड़े पैमाने पर आगजनी और विरोध प्रदर्शन हुए। पथराव और आगजनी में तीन लोगों की जान चली गई है। सर्वे शुरू होने से पहले ही मुस्लिम पक्ष के लोगों और वहां मौजूद पुलिस के बीच हाथापाई हो गई। धीरे-धीरे हालात बिगड़ने लगे और लोग बेकाबू होने लगे। कुछ देर बाद भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने उपद्रवियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। सर्वे रोकने के लिए हजारों लोग मस्जिद के पास जमा हो गए थे।
फिलहाल जामा मस्जिद का सर्वे पूरा हो गया है। सर्वे के बाद तैयार रिपोर्ट 29 नवंबर के बाद कोर्ट में पेश की जाएगी। संभल के हालात पर अब सियासत भी तेज हो गई है। तीन लोगों की मौत पर अखिलेश यादव ने योगी सरकार को घेरा है।
22 पुलिस कर्मी घायल
संभल में पथराव की घटना पर संभल एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा, "...स्थिति नियंत्रण में है और अतिरिक्त बल भी तैनात किया गया है...इंटरनेट सेवाएं एक दिन के लिए बंद कर दी गई हैं...कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया और पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। उन्होंने कुछ वाहनों को आग लगा दी और पुलिस को निशाना बनाया गया...पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर किया...जब डीएम और डीआईजी गश्त कर रहे थे, तो दो महिलाओं ने उन पर पथराव किया और देसी कट्टे से फायरिंग की गई और एक पीआरओ के पैर में गोली लग गई। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है...उनके खिलाफ एनएसए के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। एफआईआर दर्ज की गई है और 20-22 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं...हिरासत में लिए गए लोगों के मोबाइल चेक किए जा रहे हैं ताकि यह समझा जा सके कि कोई साजिश थी या नहीं..."
संभल में तीन की मौत
संभल विवादित मस्जिद और हरिहर मंदिर के मामले में गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गई है। छत से की गई दूसरे समुदाय द्वारा फायरिंग में तीन लोगों की मौत हो गई है। मृतकों में नोमान,उम्र42, बिलाल,उम्र32 और नईम,उम्र 25 की पहचान हुई है। उपद्रव करने के आरोप में अब तक 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है। मुरादाबाद के मंडलायुक्त आञ्जनेय कुमार सिंह ने जानकारी दी।
अखिलेश यादव ने योगी सरकार को घेरा
संभल पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि संभल में सर्वे टीम को जानबूझकर भेजा गया। संभल की घटना सरकार की वजह से हुई। संभल की घटना ध्यान भटकाने के लिए हुई। वहीं डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि कानून और संविधान से ऊपर कोई नहीं है। आज जो टीम संभल गई थी, वह कोर्ट के आदेश पर गई थी। सभी जानते हैं कि समाजवादी पार्टी गुंडागर्दी, लूटपाट, अराजकता और गुंडागर्दी फैलाती है।
संभल में इतना हंगामा क्यों ?
आपको बता दें हिन्दू पक्ष का दावा है कि संभल में शाही जामा मस्जिद की जगह पर हरिहर मंदिर था। मंदिर को तोड़कर वहां मसजिद बनाई गई। हिन्दू पक्ष की ओर से न्यायालय में मस्जिद के अंदर सर्वे के लिए अर्जी दाखिल की गई थी। इस पर स्थानीय न्यायालय ने भी सर्वे के आदेश दिए थे। 19 नवंबर को स्थानीय पुलिस और मस्जिद की प्रबंध समिति के सदस्यों की मौजूदगी में सर्वे कराया गया था। हालांकि, इसके बाद से ही संभल में एक मुस्लिम समुदाय के लोग नाराज हैं।