अंतर्राष्ट्रीय: संघर्ष विराम पर हमास के साथ बातचीत जारी रखने के लिए इजरायली टीम दोहा पहुंची | अंतरराष्ट्रीय: यूक्रेन 30 दिन के युद्ध विराम पर सहमत, अब रूस की सहमति का इंतजार | दिल्ली की अदालत: शरजील इमाम ने 2019 के सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान हिंसा भड़काने में अहम भूमिका निभाई थी | बजट से ज्यादा जरूरी महाकुंभ में मरने वाले लोगों के आंकड़े: अखिलेश यादव

राष्ट्रीय

News by Neha   20 Jan, 2025 21:19 PM

Kolkata Rape Murder Case: कोलकाता रेप हत्याकांड में 164 दिन बाद आज ऐसा न्याय मिला जिसने लोगों के मन में कई सवाल खड़े कर दिए। सियालदाह कोर्ट ने मामले के मुख्य आरोपी संजय रॉय को मात्र 50,000 जुर्माना और उम्रकैद की सजा सुनाई। पूरे देश को झकझोर देने वाले इस रेप हत्याकांड में मिली सजा न्याय नहीं खानापूर्ति लग रही है, जिससे न निर्भया के परिजन संतुष्ट हैं, न देश की जनता और न ही प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी। 

'साजिश को छिपाया जा रहा ' 

दोषी संजय रॉय को आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने पर पीड़िता के माता-पिता ने निराशा जताई है। उन्होंने कहा कि वे दोषी को आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने के अदालत के फैसले से संतुष्ट नहीं हैं।  उनका दावा है कि इस जघन्य घटना की जांच आधे-अधूरे मन से की गई है। इस अपराध में शामिल कई दोषियों को बचा लिया गया है। वे न्याय की मांग को लेकर हाईकोर्ट जाएंगे। फैसले के बाद पीड़ित परिवार को 17 लाख रुपए मुआवजा देने के आदेश दिए गए, लेकिन परिवार का कहना है कि उन्हें किसी तरह का मुआवजा नहीं बल्कि न्याय चाहिए।

फैसले को चुनौती देंगी ममता 

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया, "आरजी कर जूनियर डॉक्टर के बलात्कार और हत्या मामले में, मैं यह देखकर हैरान हूं कि आज कोर्ट के फैसले में पाया गया है कि यह कोई दुर्लभ मामला नहीं है! मुझे पूरा विश्वास है कि यह वास्तव में एक दुर्लभ मामला है, जिसके लिए मृत्युदंड दिया जाना चाहिए। पिछले कुछ तीन से चार महीनों में हम ऐसे अपराधों में दोषियों के लिए अधिकतम मृत्युदंड सुनिश्चित करने में सक्षम रहे हैं, फिर इस मामले में मृत्युदंड क्यों नहीं दिया गया?" उन्होंने आगे लिखा, "मुझे लगता है कि यह एक जघन्य अपराध है जिसके लिए केवल मृत्युदंड दिया जाना चाहिए। अब हम हाईकोर्ट से अपील करेंगे कि दोषी को फांसी की सजा दी जाए।

फैसले से लोगों में आक्रोश

महिला डॉक्टर की निर्मम हत्या ने देश में महिला सुरक्षा के मुद्दे को और अधिक गंभीर बनाया। सरकार को भी कटघरे में खड़ा किया। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लोगों ने न्याय की मांग की। डॉक्टरों अपना काम छोड़कर धरने पर बैठ गए थे, जिससे काफी दिनों तक काम ठप रहा। वहीं कोर्ट के इस फैसले पर सोशल मीडिया पर भी लोगों में आक्रोश फैला है। लोग इस फैसले के बाद  न्यायिक व्यवस्था तक पर सवाल उठा रहे हैं और फांसी की सजा की मांग कर रहे हैं। 

55 views      0 Likes      0 Dislikes      0 Comments