Share this link via
Or copy link
India-Pak Ceasefire: तीन दिन से चल रही भारत पाकिस्तान की मिसाइलों पर पूर्ण रूप से रोक लग गई है। दोनों देशों ने दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे संघर्ष विराम लगा दिया है। दोनों देशों के सैन्य अभियान महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच आज दोपहर टेलीफोन पर बातचीत हुई जिसमें यह निर्णय लिया गया कि आज शाम से जमीन, हवा और समुद्र तीनों मोर्चों पर गोलीबारी और सैन्य गतिविधियां पूरी तरह बंद कर दी जाएंगी। भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने आज शाम यह घोषणा की।
क्या पाकिस्तान को वापस मिलेगा सिंधु का पानी?
इस संघर्ष विराम के बाद सवाल यह है कि क्या प्रत्यक्ष रूप से हमले रोकने के बाद क्या भारत का पाकिस्तान पर अप्रत्यक्ष प्रहार भी रुक जाएगा यानी क्या अब तक जो भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़े फैसले लिए थे, जैसे सिंधु जल संधि को रद्द करना, उन्हें भी वापस ले लिया जाएगा। बता दें, अभी केवल सेना द्वारा की जा रही कार्रवाई को रोका गया है। अब भारत और पाकिस्तान एक दूसरे पर किसी भी प्रकार के हथियार, मिसाइल और ड्रोन से अटैक नहीं करेंगे। भारत द्वारा लिए गए अन्य सभी फैसले बरकरार रहेंगे। यानी पाकिस्तान को अब भी सिंधु से पानी नहीं मिलेगा और भारत अवैध रूप से रहे पाकिस्तानी के ऊपर भी कार्रवाई होती रहेगी। भारत पाकिस्तान से अब भी कोई व्यापार नहीं करेगा। इसके अलावा बाकी सभी फैसले बरकरार रहेंगे।
ये भी पढ़ें:- India-Pak Ceasefire: जमीं, फिजा और समंदर पर थमेगा शोर, पाकिस्तान की गुहार के बाद भारत ने संघर्ष विराम पर जताई सहमति
अमेरिका की मध्यस्थता, युद्ध विराम पर सहमति
ऑपरेशन सिंदूर के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच बीते कुछ में तनाव बढ़ते ही जा रहें थे। इसी बीच अमेरिका के मध्यस्थता के साथ हालात अब शांति की ओर ओर बढ़ते हुए दिख रहे है। कारण है कि अमेरिका की मध्यस्थता के बाद दोनों देशों ने पूर्ण और तत्काल सीज़फायर यानी युद्धविराम पर सहमति जताई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर यह जानकारी दी। राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने संदेश में लिखा कि एक लंबी रात की बातचीत के बाद अमेरिका की मध्यस्थता में भारत और पाकिस्तान ने पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमति जताई है। दोनों देशों को सामान्य बुद्धि और समझदारी दिखाने के लिए बधाई।---
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से भारत ने पाकिस्तान से हो रही ड्रोन हमलों की घटनाओं का जवाब कड़ा देना शुरू किया था। भारत की एयर डिफेंस सिस्टम ने कई पाकिस्तानी ड्रोन मार गिराए। इससे पहले, 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए एक आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी। भारत ने इस हमले के पीछे पाकिस्तान प्रायोजित आतंकियों का हाथ बताया था और जवाबी कार्रवाई की।
ऑपरेशन सिंदूर: भारत का जवाबी हमला
भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम से बड़ा सैन्य अभियान चलाया। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर में स्थित कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। इसमें अबू जुंदाल, यूसुफ अज़हर जैसे 5 बड़े पाकिस्तानी आतंकियों के मारे जाने की खबर सामने आई है।
ये भी पढ़ें:- India Pak Tension: पाक रक्षा मंत्री का फिर खोखला दावा, परमाणु हथियारों को लेकर दी धमकी
पाकिस्तानी मंत्री का अजीब बयान
तनाव के बीच पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का एक बयान भी सामने आया, जिसमें उन्होंने कहा कि "अगर युद्ध होता है तो पाकिस्तानी छात्र भी देश की रक्षा के लिए तैयार हैं" – यह बयान सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ।
अमेरिका का शुरुआती रुख अलग था
इससे पहले अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने एक टीवी इंटरव्यू में कहा था कि यह हमारा मामला नहीं है। हम परमाणु ताकतों के टकराव से चिंतित हैं लेकिन अमेरिका इसमें प्रत्यक्ष रूप से शामिल नहीं होगा। लेकिन अब अचानक अमेरिका ने सक्रिय भूमिका निभाई और बातचीत कराकर सीज़फायर का रास्ता तैयार किया।
भारत का संदेश
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को अमेरिका ने बातचीत के जरिए थाम लिया है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए भारत ने सख्त संदेश दे दिया, वहीं अब सीज़फायर के ऐलान के बाद क्षेत्र में शांति की उम्मीद जगी है।