Share this link via
Or copy link
नई दिल्ली: भारत ने यूएनजीए में पाकिस्तान के कश्मीर राग का कड़ा जवाब दिया है। शुक्रवार (27 सितंबर) को भारत ने राइट टू रिप्लाई में कहा कि पाकिस्तान अभी भी अतीत में जी रहा है और कश्मीर मुद्दे पर अलग-थलग पड़ गया है। दुनिया का कोई भी देश उसका समर्थन नहीं करता। सूत्रों के मुताबिक भारत की ओर से वहां कहा गया कि कश्मीरी भी विकास और लोकतंत्र के पक्ष में मतदान कर रहे हैं। पाकिस्तान जितनी जल्दी जमीनी हकीकत को स्वीकार कर लेगा, पाकिस्तान के भविष्य के लिए उतना ही बेहतर होगा।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने यूएनजीए में अपने संबोधन के दौरान फिलिस्तीन और जम्मू-कश्मीर के मुद्दे का जिक्र किया। शाहबाज शरीफ ने कहा कि कश्मीर मुद्दा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के एजेंडे में है। शाहबाज शरीफ ने इस दौरान भारत के अंदरूनी मामलों में दखल देने की भी कोशिश की। इसके साथ ही उन्होंने भारत पर कई झूठे और बेबुनियाद आरोप भी लगाए, जिसका भारत ने करारा जवाब दिया।
अनुच्छेद 370 का जिक्र करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा भारत सरकार को वापस करना चाहिए जिसे अगस्त 2019 में छीन लिया गया था। भारत लगातार कश्मीरियों के अधिकारों को छीनने पर तुला हुआ है। कश्मीर मुद्दा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के एजेंडे में है, इसलिए भारत अनुच्छेद 370 हटाने जैसा फैसला नहीं ले सकता। भारत कश्मीर की जनसांख्यिकी संरचना को बदलने की भी कोशिश कर रहा है। जम्मू-कश्मीर के इलाके में गैर-स्थानीय लोगों को बसाया जा रहा है, जिसकी पाकिस्तान कड़ी निंदा करता है। भारतीय दमन के बावजूद कश्मीर के लोग बुरहान वानी की विचारधारा को बनाए हुए हैं।'