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India: भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी फ्रांस के दौरे पर है। जहां पीएम मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने शुक्रवार को दोनों देशों की फाइटर जेट और हेलीकॉप्टर इंजन के संयुक्त विकास और भारतीय नौसेना के लिए तीन स्कॉर्पीन पनडुब्बियों के निर्माण सहित कई रक्षा परियोजनाओं की घोषणा की। वहीं द्विपक्षीय वार्ता के बाद दोनों देशों ने एडवांस डिफेंस टेक्नोलॉजी के संयुक्त विकास और उत्पादन में सहयोग करने की प्रतिबद्धता भी व्यक्त की। जिसके बाद से कई रक्षा सलाहकारों का मानना है कि, भारत और फ्रांस के बीच हुए इस फैसले का असर भारत और फ्रांस के बीच बढ़ते द्विपक्षीय रक्षा संबंधों के प्रतिबिंब के रूप में देखा जा रहा है। हलाकि अभी तक भारत ने फ्रांस से राफेल लड़ाकू जेट के 26 नौसैनिक वेरिएंट की खरीद पर कोई बयान सामने नहीं आया है।
मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, जारी एक रिपोर्ट में 36 राफेल जेट की समय पर डिलीवरी का उल्लेख किया गया है, जो भारत ने वायुसेना के लिए फ्रांस से खरीदे थे। जिसमें कहा गया है कि, दोनों पक्ष पी-75 कार्यक्रम के तहत तीन अतिरिक्त पनडुब्बियों के निर्माण के लिए भारत सरकार की कंपनी मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड और फ्रांस के नौसेना समूह के बीच हुए समझौते का स्वागत करते हैं।
बता दें कि, भारतीय प्रधानमंत्री मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने सिंगल-यूज प्लास्टिक उत्पादों से होने वाले प्रदूषण को खत्म करने के लिए बात करते हुए कहा कि, प्लास्टिक से होने वाला प्रदूषण एक वैश्विक पर्यावरणीय मुद्दा बन गया है, जिसे तत्काल संबोधित किया जाना चाहिए। इसका इको-सिस्टम और पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। दोनों देशों ने कहा कि सिंगल यूज वाले प्लास्टिक उत्पादों को चरणबद्ध तरीके से समाप्त किया जाना चाहिए और उनके स्थान पर दोबारा इस्तेमाल योग्य प्लास्टिक उत्पादों का उपयोग करना चाहिए।