Pakistan: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने देश की सुरक्षा तैयारियों के बिच आईएसआई मुख्यालय पहुंचकर सुरक्षा समीक्षा की जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोगों की जान गई, के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव चरम पर है। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है, जबकि शहबाज शरीफ ने इन आरोपों को खारिज करते हुए अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की है।
सुरक्षा बैठक
शहबाज शरीफ ने मंगलवार को इस्लामाबाद में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की एक आपात बैठक बुलाई, जिसमें सैन्य प्रमुखों, खुफिया एजेंसियों और वरिष्ठ मंत्रियों ने हिस्सा लिया। बैठक में सीमा पर तैनाती, साइबर सुरक्षा, और सैन्य तैयारियों पर विस्तृत चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार, शरीफ ने सेना को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया। पाकिस्तानी सेना ने हाल ही में सतह से सतह मार करने वाली ‘फतह’ और ‘अब्दाली’ बैलिस्टिक मिसाइलों का सफल परीक्षण किया, जिसे शरीफ ने देश की रक्षा क्षमता का प्रमाण बताया।
भारत की जवाबी कार्रवाइयों से घबराहट
पहलगाम हमले के बाद भारत ने कई सख्त कदम उठाए हैं, जिनमें पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करना, समुद्री बंदरगाहों पर पाकिस्तानी जहाजों पर प्रतिबंध, और सिंधु जल संधि को निलंबित करना शामिल है। इसके अलावा, भारत ने शहबाज शरीफ के यूट्यूब चैनल और कई पाकिस्तानी हस्तियों के सोशल मीडिया अकाउंट्स को ब्लॉक कर दिया है, जिसे डिजिटल सुरक्षा रणनीति का हिस्सा बताया जा रहा है। इन कदमों से पाकिस्तान में घबराहट का माहौल है, और शरीफ ने सऊदी अरब, यूएई, और तुर्की जैसे मित्र देशों से भारत पर दबाव डालने की अपील की है।
अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान की गुहार
शहबाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से तनाव कम करने के लिए हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने दावा किया कि भारत बिना सबूत के पाकिस्तान को बदनाम कर रहा है। हालांकि, भारत ने इन अपीलों को गंभीरता से नहीं लिया और सैन्य कार्रवाई की संभावना को खारिज नहीं किया है। भारतीय सेना को सीमा पर कार्रवाई के लिए पूरी छूट दी गई है, और विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार कार्रवाई सर्जिकल स्ट्राइक से भी बड़ी हो सकती है।
साइबर हमलों का खतरा
पाकिस्तान की नेशनल साइबर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम ने भारत से संभावित साइबर हमलों की चेतावनी दी है, जिसके चलते सरकारी संस्थानों और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को हाई अलर्ट पर रखा गया है। शरीफ ने देशवासियों से एकता और संयम की अपील की है, लेकिन विपक्षी दलों, खासकर इमरान खान की पीटीआई, ने उनकी नीतियों की आलोचना की है।
भारत-पाकिस्तान तनाव ने दक्षिण एशिया में अस्थिरता की आशंका बढ़ा दी है। शहबाज शरीफ की कोशिशें अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने और घरेलू सुरक्षा को मजबूत करने पर केंद्रित हैं, लेकिन भारत के आक्रामक रुख ने पाकिस्तान को बैकफुट पर ला दिया है। स्थिति पर वैश्विक समुदाय की नजर बनी हुई है।
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