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Sambhal Masjid Row: उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा को चार दिन हो चुके हैं। स्कूल खुल गए हैं लेकिन इंटरनेट अभी भी बंद है। हिंसा प्रभावित इलाके में हालात सामान्य नहीं हैं। ज़्यादातर लोग अपने घरों से निकल चुके हैं। कई घरों के बाहर ताले लगे हैं। संभल हिंसा पर हो रही सियासत में विपक्ष पुलिस प्रशासन को मुख्य आरोपी ठहरा रहा है। आरोप है कि पुलिस भ्रामक बयान देकर लोगों को भड़काया, जिससे मुस्लिम समुदाय के लोगों पथराव किया और हिंसा की लग लगी। इस बीच हिंसा में घायल हुए सीओ अनुज चौधरी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उन्होंने हिंसा करने वालों को अज्ञानी बताया है।
क्या मैं मरने आया हूँ?
सीओ अनुज चौधरी वीडियो में कह रहे हैं कि क्या हम मरने के लिए पुलिस में भर्ती हुए हैं? हमें भी आत्मरक्षा का अधिकार है। हमारे भी बच्चे हैं, परिवार है। क्या जाहिल लोग एक पढ़े-लिखे आदमी को ऐसे मार देंगे? आप लोग क्या चाहते हैं कि हज़ारों की भीड़ हम पर पत्थर फेंके, गोलियां चलाए और पुलिस अपना बचाव भी न करें।
रविवार को हुई थी हिंसा
रविवार को संभल में हुई हिंसा में 5 लोगों की जान चली गई थी। जामा मस्जिद के सर्वे का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया और कई गाड़ियां जला दीं। महिलाएं, पुरुष और बच्चे सभी छतों से पत्थर फेंक रहे थे। अब तक 25 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इस घटना के बाद राज्य में राजनीति तेज हो गई है।