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PM Modi Ukraine visit: इतिहास में पहली बार किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री को यूक्रेन के कीव से न्योता आया है। बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच 2 सालों से युद्ध जारी है और वहां की कैसी दशा है, ये आप सब जानते ही होंगे। यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की के बुलावे पर 23 अगस्त को पीएम मोदी कीव के दौरे के लिए रवाना होने वाले हैं। इसी के साथ एक बार फिर जनता के मन में उम्मीद की किरण जाग चुकी है।
यूक्रेन में रहने वाले भारतीय समुदाय के बुद्धिजीवियों का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह यात्रा उनके लिए भी महत्वपूर्ण है। वे यह भी उम्मीद जता रहे हैं कि रूस के साथ चल रहे युद्ध को खत्म करने में भारत अहम भूमिका निभा सकता है। पिछले 2 वर्षों से रूस-यूक्रेन के बीच संघर्ष जारी है। आए दिन किसी न किसी के साथ हत्या, बलात्कार के मामले सामने आते रहते हैं। लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद जून में पहली बार रूस के दौरे पर गए थे। अब जेलेंस्की के न्योते पर वो यूक्रेन के कीव जाएंगे। इस बीच वहां के भारतीयों में एक बार फिर से उम्मीदें जाग गई हैं कि वो सुरक्षित रहेंगे और युद्धविराम होगा।
माना जा रहा है कि केवल पीएम मोदी ही वो लीडर हैं जो इस घमासान पर रोक लगा सकते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है कि रूस और भारत में काफी गहरे रिश्ते हैं तो ये संभव है कि पीएम मोदी और पुतिन की बातचीत इस युद्ध को रोकने में कामयाब रहे। साथ ही इसका दूसरा कारण ये है कि भारत किसी भी युद्ध का समर्थन नहीं करता और दोनों देशों की उन्नति की कामना करता है।
अब देखना ये है कि 23 अगस्त के बाद क्या रूस और यूक्रेन के संबंधों में कोई सुधार देखने को मिलेगा?