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चेन्नई और श्रीलंका के जफाना के बीच प्रतिदिन एयरलाइन की सेवा के ऊपर आज यानी शुक्रवार को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बड़ी घोषणा की है। जिसमें उन्होंने कहा कि, चेन्नई और श्रीलंका के जाफना के बीच उड़ानों का संचालन 16 जुलाई से अब प्रतिदिन किया जाएगा। पहले सिर्फ चार दिन ही चेन्नई-जाफना उड़ानें संचालित होती थी। जहां सिंधिया ने दावा किया कि दैनिक सेवाओं की बढ़ोतरी से व्यापार और वाणिज्य में भी वृद्धि होगी। बता दें कि, कोलंबो में आयोजित ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (टीएएआई) के 67वें वार्षिक सम्मेलन के दूसरे दिन सिंधिया ने वीडियो संदेश देते हुए यह घोषणा की।
चेन्नई से जाफना के लिए सीधी उड़ान संचालित- सिंधिया
सिंधिया ने इसके बाद दोनों देशों के बीच हुए हवाई समझौते पर बात करते हुए कहा कि, दोनों देशों के बीच पहला हवाई सेवा समझौता 1968 में हस्ताक्षरित किया गया था, जिसने भारतीय वाहकों को भारत में किसी भी बिंदु से श्रीलंका के किसी भी बिंदु तक विमान संचालित करने की अनुमति दी, जिससे ग्लोबल साउथ तक कनेक्टिविटी बढ़ गई। इसके बाद सिंधिया ने कहा कि वर्तमान में, भारत के विभिन्न क्षेत्रों से कोलंबो के लिए 16 उड़ानें परिचालन में हैं। कार्गो आवाजाही भी सुचारू कर दी गई है और दोनों सरकारों की सहायता से हम चेन्नई से जाफना के लिए सीधी उड़ान संचालित कर रहे हैं। इसके बाद उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया कहते है कि, द्वीप राष्ट्र में हो रहा सम्मेलन भारत और श्रीलंका के बीच पुराने सांस्कृतिक संबंधों के लिए महत्वपूर्ण है। मेरा मानना है कि श्रीलंका के साथ हमारी साझेदारी हमें क्षेत्र की अल्पकालिक चुनौतियों का समाधान करने के लिए कई सुधार करने का एक दुर्लभ अवसर देती है और वैश्विक विमानन पारिस्थितिकी तंत्र में प्रभाव की एक महत्वपूर्ण शक्ति बन जाती है।
आर्थिक संकट से जूझ रहा है श्रीलंका
बता दें कि, वर्तमान में श्रीलंका नकदी संकट से जूझ रहा है। जहां श्रीलंका के लिए पर्यटन क्षेत्र विदेशी मुद्रा आय का मुख्य स्रोत है। हालाँकि, 2020 में महामारी की शुरुआत ने पर्यटन क्षेत्र को गंभीर रूप से पंगु बना दिया और यही श्रीलंका की आर्थिक कठिनाइयों का एक प्रमुख कारण था। कोरोना काल में श्रीलंका ने चेन्नई और जाफना के बीच उड़ान सेवाएं बंद कर दी थी जो अब फिर से शुरू की गई हैं।