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शनिवार को केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 पेश किया। इस दौरान कृषि के क्षेत्र को लेकर उठ रहे कई सारे सवालों का जवाब भी उन्होंने दिया। सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के तहत ऐसे 100 जिलों को चुना जाएगा, जहां पर कृषि उत्पादकता कम है। इससे वहां पर उत्पादकता बढ़ाने, खेती में विविधता लाने, सिंचाई और उपज के बाद भंडारण की क्षमता मजबूत करने में मदद मिलेगी। इस योजना से 1.7 करोड़ किसानों को लाभ होगा। इसके दायरे में सभी तरह के किसान आएंगे। कृषि के अच्छे तरीकों को अपनाने पर जोर दिया जाएगा।
बिहार में मखाना बोर्ड पर फोकस
साथ ही बजट 2025 में ध्यान केंद्रीत करने का विषय रहा बिहार। जहां निर्माल सीतारमण ने बिहार की मखाना बोर्ड को लेकर कहा कि बिहार के लोगों के लिए यह विशेष अवसर है ताकि वे मखाना का उत्पादन और उसके प्रसंस्करण को बढ़ावा दे सकें। मखाना बोर्ड इसमें किसानों की मदद करेगा।
दलहन में आत्मनिर्भरता पर की बात
निर्मला सीतारमण ने कहा कि इसके लिए खाद्य तेलों के उत्पादन पर ध्यान दिया जाएगा। सरकार छह वर्ष का मिशन शुरू करेगी ताकि दलहन में आत्मनिर्भरता हासिल की जा सके। नैफेड और एनसीसीएफ तीन तरह की दालों की खरीद करेगी। इन एजेंसियों में पंजीकृत किसानों से ये दालें खरीदी जाएंगी।
सब्जी, फल और पोषण की बात
सब्जी, फल और पोषण को लेकर सीतारमण ने कहा कि श्रीअन्न और फलों की मांग बढ़ती जा रही है। इसके लिए राज्यों के साथ मिलकर एक योजना शुरू की जाएगी। इसमें कृषि उपज संगठनों