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Budget 2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को नॉर्थ ब्लॉक में पारंपरिक हलवा समारोह में हिस्सा लिया। यह खास परंपरा हर साल बजट की छपाई शुरू होने से पहले की जाती है। इस बार के समारोह में राज्य मंत्री पंकज चौधरी, सचिव और बजट प्रक्रिया में शामिल सभी अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद थे।
क्या है हलवा समारोह?
इस मौके पर एक बड़ी कड़ाही में हलवा बनाया जाता है। वित्त मंत्री खुद इसे चलाती हैं और सभी कर्मचारियों को परोसती हैं। यह संकेत देता है कि अब बजट दस्तावेजों की छपाई का काम शुरू होगा। हलवा समारोह के जरिए बजट तैयार करने में जुटे कर्मचारियों की मेहनत को सम्मान दिया जाता है।
लॉक-इन अवधि क्या है?
हलवा समारोह के साथ ही 'लॉक-इन' प्रक्रिया शुरू हो जाती है। इसमें बजट तैयार करने वाली टीम खुद को संसद में लॉक कर लेती है और बजट पेश होने तक उन्हें मंत्रालय परिसर में ही रहना पड़ता है। इस दौरान सभी लोग बाहरी दुनिया से पूरी तरह कट जाते हैं। वे न तो अपने परिवार से मिल सकते हैं और न किसी को फोन कर सकते हैं। यह इसलिए जरूरी है ताकि बजट की कोई भी जानकारी लीक न हो।
क्यों जरूरी है यह प्रक्रिया?
अगर बजट से जुड़ी जानकारी पहले ही लीक हो जाए, तो यह देश की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर डाल सकती है। लॉक-इन प्रक्रिया यह सुनिश्चित करती है कि बजट पूरी गोपनीयता के साथ तैयार हो और किसी भी बदलाव की संभावना न रहे।
इस साल बजट सत्र 31 जनवरी से 4 अप्रैल तक चलेगा और वित्त मंत्री 1 फरवरी को 2025-26 का बजट पेश करेंगी। यह उनका सातवां बजट होगा, जिससे वह मोरारजी देसाई का रिकॉर्ड तोड़ देंगी। इस बजट पर सभी की निगाहें होंगी।