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महाराष्ट्र की राजनीति में कुछ दिनों से भुचाल आया हुआ है। जिसको लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी प्रतिक्रिया देती रही है। जिसके बाद जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर ने भी इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए एक बड़ा बयान जारी करते हुए कहा कि, विधायकों के एक दल से दूसरे दल में जाने का पार्टी समर्थकों पर किसी प्रकार का असर नहीं पड़ेगा। एनसीपी के कुछ नेता अगर पार्टी को छोड़ दें, तो ऐसा नहीं है कि उनके समर्थक भी पार्टी को छोड़ देंगे। ये मेरा मानना है। बता दें कि, समस्तीपुर के पटोरी ब्लॉक में मीडिया से बातचीत करते हुए प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि हर राज्य की राजनीतिक स्थिति अलग है। बिहार के संदर्भ में जब महागठबंधन बना था, तो इसका राष्ट्रीय राजनीति पर कोई सीधा प्रभाव पड़े ये जरूरी नहीं। महाराष्ट्र में जो हुआ वो वहां की स्पेसेफिक (विशेष) घटना है। ये सही है या गलत, इस पर महाराष्ट्र के लोगों को निर्णय लेना है।
ये भी जानिए
बता दें कि, पिछले दिनों महाराष्ट्र में एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने अपनी हीं पार्टी छोड़ कर NDA में शामिल हो गए और महाराष्ट्र में NDA के साथ मिलकर प्रदेश का उपमुख्यमंत्री पद संभाल रहे है। उनके साथ पार्टी के आठ अन्य नेताओं ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। अभी एनसीपी पार्टी पर कब्जा को लेकर पार्टी प्रमुख शरद पवार और अजीत पवार एक-दूसरे पर कार्रवाई व बयानबाजी कर रहे हैं।