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चुनाव

News by Goldi   15 Apr, 2025 23:48 PM

बिहार में मुख्यमंत्री पद को लेकर एनडीए में मची खींचतान अब सार्वजनिक हो चुकी है। नीतीश कुमार की सेहत और नेतृत्व क्षमता पर उठते सवालों के बीच जन सुराज ने भारतीय जनता पार्टी को घेरते हुए तीखा हमला बोला है। पार्टी प्रवक्ताओं ने भाजपा को खुली चुनौती देते हुए कहा कि यदि हिम्मत है तो वह नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करे। उन्होंने दावा किया कि भाजपा के पास कोई विश्वसनीय नेता नहीं है और वह राजनीतिक मजबूरी में नीतीश कुमार के सहारे चल रही है। इस बयान ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है, जहां आगामी विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए एकजुटता की जद्दोजहद में दिख रहा है।

 

भाजपा पर तीखा वार, नीतीश को बताया राजनीतिक बोझ

पटना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में जन सुराज के प्रवक्ता सदफ इकबाल ने कहा कि भाजपा को अच्छी तरह पता है कि नीतीश कुमार अब बीमार हैं और जनता में उनकी साख गिर चुकी है। बावजूद इसके, राजनीतिक मजबूरी में भाजपा उन्हें ढो रही है। इकबाल ने कहा, “अगर भाजपा सच में नीतीश कुमार को नेता मानती है, तो खुलकर ऐलान करे कि सरकार बनी तो वही मुख्यमंत्री होंगे।” उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा जनता की नाराजगी जानते हुए भी स्पष्टता से भाग रही है।

 

सम्राट चौधरी पर निशाना, नेतृत्व पर उठाए सवाल

प्रवक्ता अमित पासवान ने भाजपा के भीतर नेतृत्व की कमी को लेकर सवाल खड़े किए। उन्होंने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की पुरानी घोषणा याद दिलाते हुए कहा कि उन्होंने एक समय कहा था कि जब तक नीतीश हटेंगे नहीं, वह मुरेठा नहीं उतारेंगे। पासवान ने तंज कसते हुए कहा, “अब वह जोश कहां गया? सम्राट चौधरी तो खुद नीतीश कुमार की गोद में बैठ गए हैं।” पासवान का यह बयान भाजपा के आंतरिक नेतृत्व संकट को उजागर करने की कोशिश माना जा रहा है।

भाजपा की चुप्पी और अंदरूनी असमंजस

एनडीए में इस समय मुख्यमंत्री पद को लेकर भारी असमंजस है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा किसी एक चेहरे पर सहमति नहीं बना पा रही है। नीतीश कुमार के दल-बदल और घटती लोकप्रियता के बावजूद भाजपा उन्हें हटाने की स्थिति में नहीं है। दूसरी ओर, जन सुराज लगातार सत्ता विरोधी भावना को भुनाने की रणनीति अपना रही है। 

चुनावी समीकरणों में उलझा NDA

चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, भाजपा के लिए गठबंधन की एकता बनाए रखना चुनौती बनता जा रहा है। खासकर तब, जब सहयोगी दलों के साथ मतभेद बढ़ रहे हैं और जनता के बीच नीतीश कुमार की छवि धूमिल हो रही है। भाजपा ने अब तक जन सुराज के आरोपों पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, नेतृत्व को लेकर अंदरूनी चर्चाएं जारी हैं

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