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Protest in America: बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार की गूंज अब अमेरिका तक पहुंच चुकी है। बता दें कि 5 अगस्त के बाद से न सिर्फ इस देश की राजनीति ने अपना रुख बदला है बल्कि हिंसा की चपेट में हिंदुओं को शिकार बनाया गया है। शेख हसीना को देश से निष्कासित करना, यूनुस के हाथ में बांग्लादेश की कमान और हिंदुओं पर अत्याचार, ये सभी एक दूसरे से ताल्लुक रखते हैं। अमेरिका में प्रदर्शनकारी लगातार 'वापस जाओ' के नारे लगा रहे हैं और हिंदुओं की सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। सिलसिले को देखते हुए 27 सितंबर को जो बाइडेन और मोहम्मद यूनुस मुलाकात करेंगे। आइए इस खबर में हम आपको बताते हैं पूरी जानकारी।
अमेरिका में प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया है कि 84 वर्षीय नोबेल पुरस्कार विजेता गंदी राजनीति करके सत्ता में आए हैं। एक प्रदर्शनकारी शेख जमाल हुसैन ने कहा, "मुहम्मद यूनुस ने असंवैधानिक और अवैध तरीकों से सत्ता हासिल की है। उन्होंने गंदी राजनीति की और कई लोगों को मार डाला। अभी तक हमारी निर्वाचित प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा नहीं दिया है। हम संयुक्त राष्ट्र को बताना चाहते हैं कि यूनुस यहां बांग्लादेशी लोगों का प्रतिनिधित्व नहीं कर रहे हैं।" एक अन्य प्रदर्शनकारी डीएम रोनाल्ड ने कहा, "हम शांति चाहते हैं। हम धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र में विश्वास करते हैं।
बलपूर्वक सत्ता हासिल करने के बाद, उन्होंने हिंदुओं, मुसलमानों और ईसाइयों को मारना शुरू कर दिया। वे जल रहे हैं। मस्जिदें जल रही हैं, गिजर चर्च जल रहा है। हमारे लोग बांग्लादेश में सुरक्षित नहीं हैं।" एक अन्य प्रदर्शनकारी डॉ. रहमान ने कहा, "मैं बांग्लादेश के 117 मिलियन लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले अवैध, अनिर्वाचित व्यक्ति के खिलाफ विरोध करने के लिए यहां आया हूं। वह निर्वाचित नहीं है, उसे छात्रों द्वारा नियुक्त किया गया है। उसे अल्पसंख्यकों या किसी की परवाह नहीं है। उसने अवैध रूप से देश पर कब्जा कर लिया है।"