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Aditya-L1: भारत के कदम अब सूरज की ओर लगातार तेज रफ्तार के साथ बढ़ रहे है। जहां भारत के पहले सौर मिशन आदित्य-एल1 ने एक और उपल्बधी हासील करते हुए पांचवीं बार कक्षा बदलने की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। जिसकी जानकारी भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो ने ट्वीट कर लिखा कि, आदित्य-एल1 अब सूर्य और पृथ्वी के बीच एल1 प्वाइंट की ओर बढ़ गया है।
आदित्य-एल1 की दूरी
इसरो द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार बता दें कि, आदित्य-एल1 अंतरिक्ष यान को सौर कोरोना के दूरस्थ अवलोकन और एल-1 पर सौर हवा के अवलोकन के लिए बनाया गया है। जहां एल-1 पृथ्वी से करीब 15 लाख किलोमीटर दूर है। तो जाहीर सी बात है कि, आदित्य-एल1 कुल 15 लाख की दूरी तय करने वाला है।
ऐसा बदल रहा आदित्य-एल1 अपनी कक्षा
अगर बात इससे पहले के कक्षाओं में बदलाव की करें तो आदित्य-एल1 ने चौथी बार 15 सितंबर को सफलतापूर्वक कक्षा में बदलाव किया था। इसरो ने 10 सितंबर को रात करीब 2.30 बजे तीसरी बार आदित्य L1 स्पेसक्रॉफ्ट की कक्षा बदली थी। तब इसे पृथ्वी से 296 किमी x 71,767 किमी की कक्षा में भेजा गया था। तीन सितंबर को आदित्य एल1 ने पहली बार सफलतापूर्वक कक्षा बदली थी। जिसके बाद इसरो ने सुबह करीब 11.45 बजे बताया था कि आदित्य एल-1 की अर्थ बाउंड फायर किया था, जिसकी मदद से आदित्य एल1 ने कक्षा बदली। वहीं, इसरो ने दूसरी बार पांच सितंबर को अपनी कक्षा बदली थी। इसरो ने ट्वीट कर इसकी भी जानकारी दी थी। वहीं, कक्षा बदलने का चौथा अभ्यास 15 सितंबर को लगभग 02:00 बजे निर्धारित किया गया है। इसरो के अनुसार, आदित्य-एल1 16 दिन पृथ्वी की कक्षा में बिताएगा। इस दौरान पांच बार आदित्य-एल1 की कक्षा बदलने के लिए अर्थ बाउंड फायर किया जाएगा।