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News by Shubham   11 Jun, 2025 06:35 AM

भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला आज एक नया इतिहास रचने जा रहे हैं। वे राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बनेंगे। शुभांशु आज बुधवार शाम अमेरिका के कैनेडी स्पेस सेंटर, फ्लोरिडा से एक्सिओम-4 मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लिए उड़ान भरेंगे।

लखनऊ में जन्मे, अंतरिक्ष में उड़ान भरने वाले
लखनऊ में जन्मे शुभांशु शुक्ला ने सिटी मॉन्टेसरी स्कूल से पढ़ाई की और फिर राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में दाखिला लिया। उन्हें 2006 में वायुसेना में कमीशन मिला और वे 2,000 घंटे से ज्यादा उड़ान अनुभव वाले अनुभवी फाइटर पायलट हैं। उनके पास आईआईएससी, बंगलूरू से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में एमटेक की डिग्री है।

14 दिन रहेंगे अंतरिक्ष में, कई वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे
शुभांशु 14 दिनों तक अंतरिक्ष में रहेंगे और इसरो व नासा के 12 वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे। इनमें मेथी और मूंग जैसे बीजों को अंतरिक्ष में उगाना और उन्हें धरती पर लाकर आगे की पीढ़ियों के लिए इस्तेमाल करना शामिल है। इस मिशन पर इसरो ने करीब 550 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।

गगनयान मिशन की तैयारी में काम आएगा यह अनुभव
शुभांशु को 2019 में भारत के महत्वाकांक्षी गगनयान मिशन के लिए चुना गया था। इस मिशन का अनुभव भविष्य में भारत के पहले स्वदेशी अंतरिक्ष अभियान में अहम भूमिका निभाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी से अंतरिक्ष से करेंगे संवाद
अंतरिक्ष प्रवास के दौरान शुभांशु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, स्कूली छात्रों और अंतरिक्ष विशेषज्ञों से सीधा संवाद भी करेंगे। वे खाद्य और पोषण से जुड़े प्रयोगों में भी हिस्सा लेंगे, जो लंबी अंतरिक्ष यात्राओं में मदद करेंगे।

"यह मेरी नहीं, 1.4 अरब भारतीयों की यात्रा है"
मीडिया से बातचीत में शुभांशु ने कहा कि यह सिर्फ मेरी नहीं, 1.4 अरब भारतीयों की यात्रा है। अगर मेरी यह उड़ान किसी एक बच्चे को भी प्रेरित कर सके, तो यह मेरी सबसे बड़ी सफलता होगी।

अंतरिक्ष में एक और भारतीय की उड़ान
1984 में राकेश शर्मा के बाद यह पहली बार है जब कोई भारतीय नागरिक अंतरिक्ष में जा रहा है। पूरी दुनिया की निगाहें अब शुभांशु शुक्ला की ऐतिहासिक उड़ान पर टिकी हैं।

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