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नेपाल के उपप्रधानमंत्री नारायण काजी श्रेष्ठ अपने पांच दिनों के चीन दौरे पर थे। जहां से वापस आने के बाद नेपाल के उपमुख्यमंत्री नारायण काजी ने चीन के अपने संबंधों की बात कही है। जहां उन्होने नेपाल के विकास के लिए चीन को साकारात्मक बतातें हुए कहा कि, चीन नेपाल को और अधिक विकास सहायता प्रदान करने के प्रति सकारात्मक है। इसके बाद उपप्रधानमंत्री ने कहा कि, चीन बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) के कार्यान्वयन में रुचि रखता है। चूंकि 2017 में बीआरआई पर समझौता हुआ था, इसलिए एक तौर-तरीका बनाकर इसकी कार्यान्वयन प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जाएगा। जिसके बाद उन्होंने बताया कि, यात्रा के दौरान उनकी चीनी नेताओं के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने, व्यापार, निवेश और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने पर व्यापक चर्चा हुई।
चीन और नेपाल के बीच हुई मुख्य बातें
यात्रा से वापस आने के बाद उपप्रधानमंत्री नारायण श्रेष्ठ ने कहा किश्रेष्ठ ने कहा कि, भूकंप और कोवीड -19 महामारी जैसे संकट के समय नेपाल को महत्वपूर्ण सहायता के लिए चीन सरकार को धन्यवाद। इसके बाद कहा कि, बैठक के दौरान, नेपाल पक्ष ने चीन से चेंगदू-काठमांडू उड़ानें जोड़ने और चेंगदू से नेपाल के पोखरा और भैरहवा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों के लिए व्यावसायिक रूप से उड़ानें शुरू करने को कहा। हमने उनसे प्रतिदिन चेंगदू-काठमांडू उड़ान चलाने का आग्रह किया है। इस मामले पर वे सकारात्मक थे। हमने उनसे चेंगदू-पोखरा और चेंगदू-भैरहवा सीधी वाणिज्यिक उड़ानें शुरू करने के लिए भी कहा है। इसके बाद उपप्रधानमंत्री ने कहा कि, चीन के साथ और अधिक व्यापार चैनल खोलने पर चर्चा की है। चीन नेपाल-चीन सीमा पर आवाजाही को सुविधाजनक बनाने को लेकर सकारात्मक है। चीन ने कोविड-19 की महामारी के बाद नेपाल के साथ अपनी सीमाएं बंद कर दीं। 2023 से रसुवा और तातोपानी वाली क्रॉसिंग खोल दी गई, लेकिन अन्य क्रॉसिंग नहीं खोली गईं। क्रॉसिंग केवल माल के परिवहन के लिए खोले हैं।