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Nagpur Violence: 17 मार्च 2025 को नागपुर के महल इलाके में मुगल शासक औरंगजेब की कब्र को लेकर चल रहे विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। शाम के समय दो समुदायों के बीच तनाव बढ़ गया, जिसके परिणामस्वरूप पथराव, आगजनी और पुलिस पर हमले की घटनाएं हुईं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर दी है।
हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव किया और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। इस घटना में कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनमें डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (DCP) निकेतन कदम भी शामिल हैं, जिन पर कुल्हाड़ी से हमला किया गया।
सीएम फडणवीस ने की लोगों से अपील
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर पुलिस कमिश्नर रविन्द्र सिंगल से बात कर स्थिति की जानकारी ली और नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा, "महल इलाके में पथराव और तनावपूर्ण स्थिति के बाद पुलिस ने स्थिति को संभाल लिया है। नागरिकों से अनुरोध है कि वे प्रशासन के साथ सहयोग करें और अफवाहों पर ध्यान न दें।"
केंद्रीय मंत्री और नागपुर के सांसद नितिन गडकरी ने भी शांति की अपील करते हुए कहा, "कुछ अफवाहों के कारण नागपुर में धार्मिक तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। मैं सभी से आग्रह करता हूं कि वे किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें। सड़कों पर न निकलें और कानून व्यवस्था में सहयोग करें।"
विपक्ष हमलावर
शिवसेना (यूबीटी) के विधायक आदित्य ठाकरे ने राज्य की कानून व्यवस्था पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, "राज्य की कानून व्यवस्था पहले से कहीं ज़्यादा चरमरा गई है। मुख्यमंत्री और गृहमंत्री का गृहनगर नागपुर भी इसका सामना कर रहा है।"
कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के गृह क्षेत्र नागपुर में सांप्रदायिक हिंसा की खबर आ रही है। उन्होंने नागपुर की जनता से शांति की अपील की।