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राष्ट्रीय

News by Neha   26 Dec, 2024 22:37 PM

Former PM Manmohan Singh Passed Away: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का गुरुवार को निधन हो गया। तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें देर शाम दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वह 92 साल के थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे। गुरुवार को सांस लेने में तकलीफ और बेचैनी के बाद उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था। उनका जन्म 26 सितंबर 1932 को पश्चिमी पंजाब के गाह (अब पाकिस्तान) में हुआ था। 

इन पदों पर रहे हैं डॉ मनमोहन सिंह

साल 1985 में राजीव गांधी के शासन काल में मनमोहन सिंह को भारतीय योजना आयोग का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया था। वे इस पद पर पांच सालों तक रहे जिसके बाद उन्हें 1990 में प्रधानमंत्री का आर्थिक सलाहकार बना दिया गया। इसके बाद जब पी वी नरसिंहराव पीएम बनें, तो उन्होंने डॉ मनमोहन सिंह को 1991 में वित्त मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार सौंप दिया। मनमोहन सिंह वित्त मंत्रालय के सचिव, भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष भी रहे। साल 2004 से 2014 के बीच यूपीए-1 और यूपीए-2 सरकार में वे प्रधानमंत्री पद पर रहे।

आर्थिक सुधारों में है मनमोहन सिंह का योगदान

वित्त मंत्रालय का कामकाज देखते हुए सिंह ने 1991 से 1996 के बीच कई महत्वपूर्ण कार्य किए। उनके पदभार संभालने से पहले देश बड़ी आर्थिक मंदी झेल रहा था। देश की अर्थव्यवस्था दिवालिया होने के कगार पर थी। यह वह समय था जब भारतीय अर्थव्यवस्था के पास दो हफ्तों से ज्यादा समय तक आयात करने लायक पैसे नहीं थे। विदेशी मुद्रा भंडार में सिर्फ 110 करोड़ डॉलर बचे थे। 

जब देश का राजकोषिय घाटा सकल घरेलू उत्पाद के 8.5 फीसदी के आस-पास था, तब सिंह ने उसे सिर्फ एक साल के अंदर 5.9 फीसदी तक ला दिया था। देश में ग्लोबलाइजेशन की शुरुआत 1991 में सिंह ने ही की थी। वे जिस प्रारुप और नीति के साथ आर्थिक सुधार लाए, उन्हें आर्थिक क्रांति का नाम दें तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। उन्होंने भारत को दुनिया के बाजार के लिए तो खोला ही, बल्कि निर्यात और आयात के नियमों को भी सरल बनाया। यही नहीं, उन्होंने घाटे में चल रहे पीएसयू के लिए भिन्न नीतियां बनाने का काम किया था।

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