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Mahakumbh Stampede: प्रयागराज महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या अनहोनी हो गई। स्नान के दौरान भारी भीड़ जमा होने से भगदड़ मच गई। संगम तट के पास अफरा-तफरी में 10 लोगों की मौत हो गई। घायलों को तुरंत एम्बुलेंस से महाकुंभ के केंद्रीय अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। गंभीर रूप से घायल लोगों को हायर सेंटर रेफर किया गया है।
मेले की अधिकारी आकांक्षा राणा ने बताया कि भीड़ का दबाव बढ़ने से यह घटना हुई, लेकिन कोई गंभीर स्थिति नहीं है। हालांकि, घायलों के अस्पताल पहुंचने का सिलसिला जारी है, और सुरक्षा को देखते हुए अस्पताल को छावनी में बदल दिया गया है। मीडिया को भी अस्पताल के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
नहीं होगा अखाड़ों का अमृत स्नान
मौनी अमावस्या पर इस बार अखाड़ों का अमृत स्नान नहीं होगा। सिर्फ परंपराओं का पालन करते हुए देवताओं का प्रतीकात्मक स्नान कराया जाएगा। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने बताया कि केवल 25-30 संन्यासी सादगी से संगम स्नान करेंगे। बड़े संत और महात्मा इस बार स्नान में शामिल नहीं होंगे। शाही रथ और बैंड-बाजे भी नहीं रहेंगे।
सेना को सौंपें महाकुंभ की व्यवस्था – अखिलेश यादव
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हादसे के बाद मांग की है कि महाकुंभ की व्यवस्था सेना को सौंप दी जाए। उन्होंने कहा कि संतों और श्रद्धालुओं का विश्वास बहाल करने के लिए यूपी प्रशासन की जगह सेना को जिम्मेदारी दी जानी चाहिए। अखिलेश ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग कुंभ में 'विश्वस्तरीय व्यवस्था' के दावे कर रहे थे, उन्हें इस हादसे की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।