Tamil Nadu Cabinet: तमिलनाडु की एम.के. स्टालिन सरकार में रविवार को बड़े पैमाने पर कैबिनेट फेरबदल देखने को मिला। इस बदलाव के तहत बिजली, निषेध और आबकारी मंत्री वी. सेंथिल बालाजी और वन व खादी मंत्री डॉ. के. पोनमुडी ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया। दोनों नेताओं के इस्तीफे को राज्यपाल आर.एन. रवि ने स्वीकार कर लिया है। इस बीच, मुख्यमंत्री स्टालिन ने नए मंत्रियों की नियुक्ति की सिफारिश की है, जिनका शपथ ग्रहण समारोह सोमवार, 28 अप्रैल को राजभवन, चेन्नई में आयोजित होगा।
सेंथिल बालाजी और पोनमुडी के इस्तीफे का कारण
सेंथिल बालाजी का इस्तीफा सुप्रीम कोर्ट के हालिया निर्देश के बाद आया है, जिसमें उन्हें कैबिनेट से हटने का अल्टिमेटम दिया गया था। बालाजी पर नौकरी के बदले नकदी घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोप हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 26 सितंबर 2024 को उन्हें जमानत दी थी, जिसके बाद स्टालिन ने उन्हें कैबिनेट में फिर से शामिल किया था। हालांकि, अदालत ने चेतावनी दी थी कि अगर उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया तो उनकी जमानत रद्द की जा सकती है। दूसरी ओर, पोनमुडी को महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के मामले में स्वत: संज्ञान लेने के बाद इस्तीफा देना पड़ा। दोनों नेताओं के इस्तीफे को डीएमके की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है, ताकि सरकार की छवि और शासन को मजबूत किया जा सके।
नए मंत्रियों की नियुक्ति और विभागों का पुनर्गठन
मुख्यमंत्री स्टालिन ने पद्मनाभपुरम विधानसभा क्षेत्र से विधायक टी. मनो थंगराज को कैबिनेट में शामिल करने की सिफारिश की है। मनो थंगराज, जिन्हें पहले दुग्ध व डेयरी विकास मंत्री के रूप में कैबिनेट से हटाया गया था, अब फिर से मंत्रिमंडल में वापसी कर रहे हैं। उनके शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इसके अलावा, सेंथिल बालाजी के विभागों को अन्य मंत्रियों के बीच बांटा गया है। परिवहन मंत्री एस.एस. शिवशंकर को बिजली और मंत्री मुथुसामी को निषेध व आबकारी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। वहीं, आर.एस. राजकन्नप्पन को वन और खादी मंत्रालय का जिम्मा दिया गया है।
(DMK) की रणनीति और भविष्य की योजना
यह फेरबदल डीएमके की उस रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसके तहत पार्टी आगामी 2026 विधानसभा चुनावों से पहले अपनी स्थिति मजबूत करना चाहती है। सूत्रों के अनुसार, डीएमके नेतृत्व ने आंतरिक असंतोष को दूर करने और समुदायों के बीच संतुलित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया है। इसके अलावा, सूचना प्रौद्योगिकी और डिजिटल सेवा मंत्री पलानीवेल थियागा राजन को अतिरिक्त जिम्मेदारियां दी जा सकती हैं।
तमिलनाडु कैबिनेट में यह बदलाव स्टालिन सरकार के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। सेंथिल बालाजी और पोनमुडी के इस्तीफे ने जहां सरकार को नई चुनौतियां पेश की हैं, वहीं नए मंत्रियों की नियुक्ति और विभागों के पुनर्गठन से डीएमके (DMK)अपनी प्रशासनिक क्षमता को और मजबूत करने की दिशा में कदम उठा रही है।