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राष्ट्रीय

News by Goldi   26 Apr, 2025 20:36 PM

Pakistan: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है। मंगलवार को बाइसारन मीडो में हुए इस हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक शामिल थे। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली है। इसके जवाब में भारत ने कड़े कूटनीतिक कदम उठाए, जिसके बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने धमकी भरे लहजे में कहा, "हम हर स्थिति के लिए तैयार हैं।

पहलगाम हमले के बाद बढ़ा तनाव

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले ने भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है। इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी, और लश्कर-ए-तायबा के सहयोगी संगठन 'द रजिस्टेंट फ्रंट' ने इसकी जिम्मेदारी ली। हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कूटनीतिक कदम उठाए, जिसमें सिंधु जल संधि को रोकना और अटारी बॉर्डर को बंद करना शामिल है। इस बीच, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत को खुली धमकी दी है, जिससे दोनों देशों के बीच युद्ध की आशंका बढ़ गई है। तो वहीं दुसरी तरफ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "हम आतंकियों और उनके समर्थकों को धरती के किसी भी कोने से ढूंढकर सजा देंगे।

शहबाज शरीफ ने दी धमकी

26 अप्रैल 2025 को शहबाज शरीफ ने नेशनल सिक्योरिटी कमेटी की बैठक के बाद बयान दिया, "हम पहलगाम हमले की निष्पक्ष जांच के लिए तैयार हैं, लेकिन अगर भारत ने पानी रोका या कोई सैन्य कार्रवाई की, तो हम हर स्थिति के लिए तैयार हैं।" उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन नहीं करता और भारत बिना सबूतों के आरोप लगा रहा है। शरीफ ने यह भी कहा कि पाकिस्तानी सेना देश की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है।

भारत का अगला रुख

पहलगाम हमले के बाद भारत ने कड़ी कार्रवाई करते हुए कई बड़े फैसले लिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब का दौरा रद्द कर दिल्ली लौटते ही सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (CCS) की बैठक बुलाई। बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ पांच बड़े फैसले लिए गए, जिसमें 48 घंटे में पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने का आदेश और उच्चायोग कर्मचारियों की संख्या घटाना शामिल है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमले के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।

पाकिस्तान में डर का माहौल

पाकिस्तान में सोशल मीडिया पर भारत की जवाबी कार्रवाई का डर साफ दिख रहा है। जहां कई यूजर्स ने 2019 की बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुए आशंका जताई कि भारत फिर से सैन्य कार्रवाई कर सकता है। पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक अब्दुल बासित ने भी कहा कि भारत नियंत्रण रेखा के पार हमला कर सकता है। वहीं, पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने हमले से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि उनका देश आतंकवाद की निंदा करता है। 

आगे क्या होगा ?

पहलगाम हमले ने कश्मीर की शांति और पर्यटन उद्योग को गहरा झटका दिया है। सुरक्षा एजेंसियों ने हमले में दो पाकिस्तानी आतंकियों की संलिप्तता की पुष्टि की है। भारत ने स्पष्ट किया है कि आतंकियों और उनके प्रायोजकों को बख्शा नहीं जाएगा। दूसरी ओर, पाकिस्तान की धमकियां और सैन्य तैयारियां दोनों देशों के बीच तनाव को और गहरा रही हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस स्थिति पर नजर बनाए हुए है।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं
 
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने हमले की निंदा की। ईरान ने भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की पेशकश की है। संयुक्त राष्ट्र ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की। लंदन और काठमांडू में पाकिस्तानी दूतावासों के बाहर भारतीय और नेपाली समुदायों ने विरोध प्रदर्शन किए। 

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