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Delhi Election Result: दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) को करारा झटका देते हुए भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) ने 27 साल बाद सत्ता में वापसी की है। वहीं, अन्य दलों जैसे बहुजन समाज पार्टी (बसपा), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) को दिल्ली चुनाव में कोई खास असर नहीं दिखा और वे एक प्रतिशत से भी कम वोट शेयर हासिल करने में सफल रहे।
तीसरी किसी पार्टी का नहीं खुला खाता
बता दें कि 70 विधानसभा सीटों पर हुए इस चुनाव में भाजपा ने प्रचंड बहुमत हासिल करते हुए 48 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं बचे 22 सीटों पर आम आदमी पार्टी ने जीत हासिल की। इन दो पार्टियों के अलावा किसी पार्टी का खाता तक नहीं खुला और एक-एक वोट के लिए तरसे हुए दिखे।
किसको मिला कितना प्रतिशत वोट
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक (एआईएफबी) को कोई वोट नहीं मिला, एआईएमआईएम को 0.78 प्रतिशत, बसपा को 0.58 प्रतिशत, भाकपा को 0.2 प्रतिशत और जेडी(यू) को 0.86 प्रतिशत वोट मिले। इसके अलावा, कुल 0.56 प्रतिशत मतदाताओं ने "कोई नहीं" (NOTA) विकल्प चुना। असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम, जो इस चुनाव में केवल ओखला और मुस्तफाबाद सीटों पर चुनाव लड़ी थी, को अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में सफलता मिली, और दोनों सीटों पर उसके उम्मीदवार दूसरे स्थान पर रहे।
वामपंथी पार्टी को नोटा से भी कम वोट
दिल्ली विधानसभा चुनाव में वामपंथी दलों के उम्मीदवार भी कोई करिश्मा नहीं दिखा सके। हालात यह रहे कि छह सीटों पर उतरे वामपंथी उम्मीदवारों को नोटा से भी कम वोट मिले। उम्मीदवार वोटों में सेंधमारी करने में भी फेल रहे। जहां छह सीटों पर वामपंथी दलों को कुल मिलाकर 2,158 वोट मिले, जबकि नोटा को 5,627 वोट मिले।